इंतिहा ये है कि 'फ़ानी' दर्द अब दिल हो गया तुम ने अच्छा ही किया मुझ से किनारा कर के आईने से तुम घबराओगे जब इश्क़ तुम्हें हो जायेगा। मेरी बाँहों में बहकने की सज़ा भी सुन ले कलीम आजिज़ टैग : ज़िंदगी शेयर कीजिए तन्हाई की रातों में, दिल https://youtu.be/Lug0ffByUck